" कोरोना एक महामारी "
लम्बी छुट्टी चल रही हमारी,
सब जगह फैला कोरोना बनकर महामारी |
सुनने में बहुत सुनहरा लगाती प्यारी,
लेकिन बहुत खतरनाक है ये बीमारी |
चलो लड़ने के लिए करें तैयारी,
लगाम लगा इसमें करें सवारी |
कुछ दिन के लिए भूल जाओ दोस्ती यारी,
घर बैठे करो एग्जाम की तैयारी |
जरा भी डरो मत इससे,
आगे तुम ही सुनाओगे इसके किस्से |
हमारा ही विजय होगा,
कोरोना हमेशा के लिए सोएगा |
लम्बी छुट्टी चल रही हमारी
सब जगह फैला कोरोना बनकर महामारी |
कवि : देवराज कुमार , कक्षा : 10th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता देवराज के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | देवराज को कवितायेँ लिखना बहुत अच्छा लगता है और ढेरों कवितायेँ लिख चुके हैं | देवराज को डांस करना भी अच्छा लगता है |
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