" कोरोना एक महामारी "
जिंदगी की बात है यारों,
अपने आप को कोरोना से संभालों |
कोरोना का इंतजार करो उस वक्त तक ,
बीमारी ख़त्म न हो जाए जब तक |
कोरोना ने उड़ा दिया होश यारों,
किसी में रोकने का जोश नहीं है यारों |
अगर बचना है इस कोरोना से
निकलों मत अपने प्यारे घरों से |
अपने आप को कोरोना से संभालो,
जो बचाओ करना है कर डालो |
नहीं किया तो पड़ेगा भारी,
सभी देश में फैली है ये महामारी |
कर डालो सभी प्रयासों को,
खुशियों से अपने घरों को भर डालों |
कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 6th , अपना घर
कवी परिचय : यह कविता सुल्तान के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के रहने वाले हैं | सुल्तान एक जिज्ञासु बालक है | पढ़ाई के प्रति बहुत ही गंभीर रहना पसंद करते हैं | उम्मीद है भविष्य में और भी अच्छी कवितायेँ लिखेंगें |
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