सोमवार, 29 मई 2023

कविता :"कविता "

"कविता "
  काश मै कविता होती | 
हजारो लाखों के बीच होता, 
किसी के हाथों से मै लिखा जाता|  
 तो किसी के लफ्जों में पढ़ा जाता, 
काश मै कविता होती | 
शब्दों से मै गूंथा जाता ,
वाक्यो से मै पिरोया जाता |
गहनों जैसी अभूषण होता ,
काश मै  कविता होती | 
कवि :नितीश कुमार ,कक्षा :12th
अपना घर  

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