"वो दिन भुलाया नहीं जा सकता "
वो दिन भुलाया नहीं जा सकता |
उस दिन की लगी आग सीने से ,
बुझाया नहीं जा सकता |
जीन वीरो ने हस कर चूमे थे,
फ़ासी के फंदे |
देशके आज़ादी के खातीर,
उन महान वीरो को अपने दिल से |
उनका नाम हटाया नहीं जा सकता ,
वो दिन भुलाया नहीं जा सकता |
जिसने देश को आज़ाद कराया ,
मुझे गर्व है उस देश के भुमी पर |
जहाँ हज़ारो लोगो को लाइट का हर एक,
कटरा देश के भूमी को स्नेह हुए |
कवि :संजय कुमार , कक्षा : 11
अपना घर
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