" जिंदगी की शुरुआत "
जिन्दगी की शुरुआत |
सूर्य की चन्द किरणों से होता है ,
सुबह की हवा चली पुरवइया ||
तन -मन कर उठा ,
ये जिंदगी की शुरुआत |
एक नए उमंग की तरह होती है ,
जिंदगी की ही शुरुआत |
सूर्य की चन्द किरणों से होता है | |
कवि :गोविंदा कुमार , कक्षा :5th
"अपना घर "
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