"ये संसार कब खुश होगा "
ये संसार कब खुश होगा |
जब हर मौसम में रस होगा,
हर सड़को पर चमकते तारे होंगे |
हर गाँव के गलियारो ये लाईटो की रोशनी फैले होगे ,
हर बच्चा पढ़ा -लिखा होगा |
बूड़ो की भी अपना जगह होगा,
हर बचपन सबका खुसनुया होगा |
हर ममता के आँचल में अपना प्यार होगा ,
सबसे प्यारा है संसार हमारा |
दुनिया है तो जीवन है हमारा ,
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 10
अपना घर
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