बुधवार, 2 जून 2021

कविता : "ये संसार कब खुश होगा "

"ये संसार कब खुश होगा "

ये संसार कब खुश होगा | 

जब हर मौसम में रस होगा,

हर सड़को पर चमकते तारे होंगे | 

हर गाँव के गलियारो ये लाईटो की रोशनी फैले होगे ,

हर बच्चा पढ़ा -लिखा होगा | 

बूड़ो की भी अपना जगह होगा,

हर बचपन सबका खुसनुया होगा |

हर ममता के आँचल में अपना प्यार होगा ,

सबसे प्यारा है संसार हमारा | 

दुनिया है तो जीवन है हमारा ,

कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 10 

अपना घर

 

 

कोई टिप्पणी नहीं: