" हर समय रास्ता मोड़ रहा है "
हर समय रास्ता मोड़ रहा है ,
बीते हुए समय को पीछे छोड़ रहा है |
समय यही बीत जाता है पता नहीं चलता ,
जो हर समय को स्तमाल करे |
वही महान कहलातें हैं ,
तूफान के आगे वही चटटान है |
समय के अनुसार चलना सीखो ,
सूरज के साथ ढलना सीखो |
मौसम की तरह बदलना सीखो ,
समय के अनुसार चलना सीखो |
कवि : अजय कुमार , कक्षा : 6th , अपना घर
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