"नेचर के साथ रहने में मजा है "
नेचर के साथ रहने में ,
कुछ और तो मजा है |
वो पेड़ो के नीचे बैढना ,
ख़ुशी के साथ गुजरना |
वो सब कुछ कितना ,
सुकून सा मिलता है |
धूप से बेचैन होकर भी ,
पेड़ो की छाँव में खुशी और |
खुशहाल सा मिलता है ,
नेचर के साथ रहने में |
कुछ और तो मजा है ,
कवि :सार्थक कुमार ,कक्षा :10th , अपना घर
1 टिप्पणी:
सुन्दर
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