" कोरोना से लड़ाई "
सारे डॉक्टर पस्त हो गए है ,
सारी दवाइयाँ नाकाम हो गई है |
सफल नहीं हो पा रहा कोई ,
अपनी दवाइयों को लेकर |
प्राकृतिक दवाइयाोंको लेने पर ,
हो रहे मजबूर ऐसी क्या वजह है |
जो हम सब इतना संघर्ष कर रहे है ,
दिन -रात लगातार |
दवाइयों की खोज में लगे रहे है,
वजह सिर्फ है मानव जाति को है बचाना |
इस धरती पर शान्ति फिर से लाना ,
हर एक चेहरे पर मुस्कान लौटना है |
कवि : नितीश कुमार , कक्षा : 10th , अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें