शनिवार, 22 अगस्त 2020

कविता : रक्षा बंधन

" रक्षा बंधन "

रक्षा बंधन  का त्यौहार है आया,

बहनों ने  भाइयों से खुशियां जताया | 

बहनों का त्यौहार  है आया,

 रक्षाबंधन का त्यौहार  का आया |

भाइयों ने बहनों से राखी है बंधवाया,

 रक्षा बंधन का त्यौहार है आया | 

कोरोना न होता तो राखी बँधवा लेते,

 पिछले वर्ष जैसे त्यौहार को मना लेते | 

कोरोना का क्या  कहना है,

भाई को राखी बाँध  दो न बहना,

रक्षा बंधन का त्यौहार है बहना | 

कवि : अजय कुमार , कक्षा : 6th ,  अपना घर

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