" काले बादल "
काले - काले बादल आए,
बच्चों को ये खूब डराए |
मन में बैठकर मौज उड़ाए,
सब बच्चे शोर मचाए |
काले - काले बादल आए,
यहाँ - वहाँ धूम मचाए |
बच्चे देख इसे खूब चिल्लाए,
मन ही मन खूब मुस्कुराए |
काले - काले बादल आए,
बच्चों को ये खूब डराए |
कवि : सनी कुमार , कक्षा : 9h , अपना घर
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