"हौसलों को मत करो चूर- चूर "
हौसलों को मत करो चूर -चूर ,
कई लोगों की दुआ है तुम पर |
उसे ठुकराने की कोशिश मत करो ,
बड़े आदमी नहीं बने तो क्या हुआ |
अपने आत्मविश्वास को जगाए रखो ,
हौसलों को कोई तोड़ नहीं पाएगा यह कहकर |
बाजुओ में दम है तो कठनाइयो से लड़कर दिखायो ,
हौसलों को चूर -चूर मत करो |
कई लोगो की दुआ है तुम पर ,
उसे ठुकराने की कोशिश मत करो |
कवि : अमित कुमार ,कक्षा - 6th ,अपना घर
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