"छुट्टी "
जल्दी हो छुट्टी स्कूल से ,
इंतजार नहीं हो रहा |
गर्मी तो हो रही है बहुत ,
पसीना का बौछार हो रहा |
गर्म हवा और लू चलती है ,
कूलर भी उससे लड़ती है |
पेड़ -पौधे भी सूख गए ,
पर एक बूँद नहीं बरसती है |
कवि :विरेन्द्र कुमार ,कक्षा : 3rd
अपना घर
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