"गर्मी "
ये गर्म धूप की मार ने |
लू की चपेट ने
कर गया सबका बुरा हाल|
कैसे कट रहा ये साल
जिंदगी चल रहे मालगाड़ी की चाल में |
कभी पेड़ के नीचे बैठकर चैन की सास ले
तो कभी घर के अंदर बैठकर आनंद ले |
ये गर्म धूप की मार ने
लू की चपेट ने |
कवि :सार्थक कुमार ,कक्षा :12th
अपना घर
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