"सवाल "
सवाल आते है मन में हजार |
जो कर देता है मुझको लाचार,
जबाब जानने के हर पल बेकरार|
कभी मिलता कभी नहीं मिलता,
ऐसा होता है हर बार |
सोचने पर मजबूर हो जाता,
क्या करू समझ नहीं आता |
काफी देर उलझने बाद ,
सुलझा सा उत्तर मिलता|
कवि :अखिलेश कुमार ,कक्षा :12th
अपना घर
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