रविवार, 25 जून 2023

कविता :"गर्मी"

"गर्मी" 
 गर्मी में नहीं आता  है नींद | 
जल्दी  ही हो गर्मी मौसम का एन्ड 
सोते समय से हो जाओ लतपत | 
पंखा का पता नहीं अब तक 
गर्मी में  नहीं आता है नींद | 
बस एक ही चीज ओटते रात  दिन
बारिश का कोई अता पता नहीं | 
बूंद का कोई पता नहीं 
कवि :अजय कुमार ,कक्षा :9th
अपना घर  

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