शुक्रवार, 30 जुलाई 2021

कविता : "कोरोना"

"कोरोना"

कोरोना ने जब बदली अपनी चाल | 

देश का हुआ पहले से बुरा हाल ,

ना जाने कब टलेगी | 

इस महामारी का इंजाम ,

जो करता नहीं है रूल को फलो | 

वही आ रहे है कोरोना के चपेट में यारों ,

अपने को बचना है तो | 

नियम को अपनाना है ,

कवि : राजा कुमार , कक्षा : 5th 

अपना घर

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