" गर्मी के मौसम में "
पेड़ -पौधे और जंगल में |
शानंती का महौल बनाता ,
गर्मी के मौसम में |
कोई नज़र न आए धरती और आकाश में ,
हिमत न होता बहार जाने में |
ठंडी की जगह गर्म हवा है चलती ,
गर्मी में पसीनो की महक है आता |
राहत देता है पेड़ की छाया ,
कवि : रोहित कुमार , कक्षा : 4th
अपना घर
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