शुक्रवार, 22 मई 2020

कविता : हवा कुछ कहना चाहती है

" हवा कुछ कहना चाहती है "

हवा मुझे कुछ कहना चाहती है,
इस मौसम को बदलना चाहती है | 
इस लहरता हुआ मौसम को,
अब ठीक करना चाहती है | 
जो कुछ भी बेकार थी,
उसे अब बदलना चाहती है | 
हवा मुझे कुछ कहना चाहती है,
कब से बेरहम थी वह बहती हवा | 
सब देखते हुए भी कुछ नहीं कहती हवा,
हवा मुझे कुछ कहना चाहती है | 

कवि : बिट्टू कुमार , कक्षा : 4th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता जिसका शीर्षक " हवा कुछ कहना चाहती है " बिट्टू के द्वारा लिखी गई है | बिट्टू कविता बहुत अच्छी लिखते हैं | कविता लिखने  के आलावा चित्र बनाना बहुत अच्छा लगता है | बिट्टू बिहार के रहने वाले हैं |

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