" हवा कुछ कहना चाहती है "
हवा मुझे कुछ कहना चाहती है,
इस मौसम को बदलना चाहती है |
इस लहरता हुआ मौसम को,
अब ठीक करना चाहती है |
जो कुछ भी बेकार थी,
उसे अब बदलना चाहती है |
हवा मुझे कुछ कहना चाहती है,
कब से बेरहम थी वह बहती हवा |
सब देखते हुए भी कुछ नहीं कहती हवा,
हवा मुझे कुछ कहना चाहती है |
कवि : बिट्टू कुमार , कक्षा : 4th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता जिसका शीर्षक " हवा कुछ कहना चाहती है " बिट्टू के द्वारा लिखी गई है | बिट्टू कविता बहुत अच्छी लिखते हैं | कविता लिखने के आलावा चित्र बनाना बहुत अच्छा लगता है | बिट्टू बिहार के रहने वाले हैं |
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