" खत्म हो गए है एग्जाम मेरे "
खत्म हो गए है एग्जाम मेरे ,
सोचता हूँ क्या करुँगा सवेरे |
खोलूँगा अब कहानियों का भण्डार ,
याद करुँगा अब घर द्वार |
चुट -कुले कहानियाँ जो मन में याद आए ,
जो अभी तक नहीं किया वो करुँगा |
सिखुगा निखारूगा अब अपना पॉवर ,
उपयोग करुँगा अपना घर एक ऑवर |
ज्ञान का भण्डार लेकर जाऊगा सवेरे ,
एग्जाम खत्म तो ट्वेल्थ आना |
कवि : प्रांजुल कुमार , कक्षा : 11th , अपना घर
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