"पता नही वो समय कब आयेगा"
पता नहीं वो समय कब आयेगा।
जब हिंदुस्तान में अपना नाम छायेगा।।
हर सपनो में राज हमारा होगा।
हर साल कुछ नया होगा।।
पता नहीं वो समय कब आयेगा।
जब झण्डा गरीबों के हाथ में लहराएगा।।
हर चहरे पर कब चमक आयेगा।
कब किसानों का दुनियाँ कहलायेगा।।
पता नही वो समय कब आयेगा।
जब हिंदुस्तान में अपना नाम छायेगा।।
कविः- कुलदीप कुमार, कक्षा -9th, अपना घर, कानपुर,
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