गुरुवार, 6 जनवरी 2022

कविता : "नए साल"

"नए साल"

नए साल की हार्दिक सुभकामनाऍ सभी को | 

विश करता हूँ दिल से तुम को ,

अब पुराने साल तो बीत गया | 

जो होना था वो हो  गया ,

अब जोर मत डालो गुजरे हुए दिन पे | 

सोचना है कुछ  नया करने का ,

 अब सुरु हो गया जिंदगी का दूसरा पाठ | 

बस जो करना सोच समझ कर करना है ,

लोगों में तो उमगें लाना है पर | 

साथ -साथ ही पढ़ना लक्ष्य हमारा है ,

कवि : सुल्तान कुमार , कक्षा : 7th 

अपना घर

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