"गिरना जरुरी है"
लोग अक्सर जीवन में गिरन से डरते है।
नज़ारे छुपाते हुए दुसरों के पीछे छुपाते है।।
लोग हमेशा अपनी इज्जत का ख्याल रखते है।
इसलिए हर काम करने से डरते है।।
पर जीवन में गिरना जरुरी है।
और जो गिरा वही अपने।।
सपने पूरे कर पते है।
गिराने से हम डरते नहीं।।
किसी चीज को करने के।
तरीके सही मिल जाते है।।
बातों को दिल में लगाने चाहिए।
पैरों में कटे चुभने चाहिए।।
तभी हम सम्भल कर चलेंगे।
तभी हम आगे मुश्किलों से लडेंगे।
कविः -देवराज कुमार, कक्षा -10th , अपना घर , कानपुर ,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें