"कौन है वो जिसने बनाया है मेरा संसार "
कौन है वो जिसने बनाया है मेरा संसार,
कौन है वो जो सिखाता जीने को संसार ।
रास्ते है जैसी कर देती आसान,
आगे हमें बना देती महान ।
मेरे अँधेरे संसार मे फैला देती उजाला,
क्या कहूँ मै उसे मंदिर या पाठशाला ।
जब कठिनाइयों से भरा हो यह जमाना,
तब ये सिखाते मुझको ।
इनका तो लगा रहता आना है आना जाना।
है कहते है इसको ,
ईटा या फिर दीवार ।
कौन है वो जिसने बनाया है मेरा संसार,
रास्ते है जैसी कर देती आसान । ।
कवी: नीरू कुमार, कक्षा: 6th
अपना घर
1 टिप्पणी:
सुंदर रचना ।
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