"अपना घर "
अपना घर हैं अपना,
यहाँ रहकर कर सकते हैं ।
पूरा अपना सपना,
पढाई का माहौल है यहाँ ।
यहाँ से अच्छा जगह है कहाँ ?
चारों ओर हैं पेड़ पौधे ।
गमलों में उगे हैं फूल यहाँ,
यहाँ के बच्चे बड़े प्यारे ,बड़े न्यारे ।
जो खुद करते हैं काम सरे,
साफ-सफाई का रखते हैं ध्यान ।
बड़ों न कभी अपमान । ।
कवी: अप्तर हुसैन, कक्षा: 5th
अपना घर
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