"आओ मिलकर पेड़ लगाएं"
आओ मिलकर पेड़ लगाएं।
पर्यावरण को मिलकर स्वछ बनाएं।।
पेड़ से प्राप्त होता है कई प्रकार के चीज।
भोजन आदि तरह-तरह की बीज।।
फले हैं फल पेड़ो में तरह-तरह के।
कुछ मीठे कुछ खट्टे कुछ कच्चे।।
आओ मिलकर पेड़ लगाएं।
आओ अपना जीवन बचाएं।।
आओ मिलकर पेड़ लगाए।
कविः- अमित कुमार,कक्षा - 6th, अपना घर, कानपुर,
कवि परिचय :- ये अमित कुमार है। जो बिहार
के नवादा जिले के रहने वाले है। ये कानपुर में अपना घर हॉस्टल में रहकर
शिक्षा प्राप्त कर रहे है इन्हे कविता लिखना पसंद है।
1 टिप्पणी:
वाह! पर्यावरण के प्रति गहरे सरोकारों से लबरेज कविता!!! हार्दिक बधाई!!!
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