"मै एक गुलाब हूँ"
मै एक गुलाब हूँ।
मेरी खूबसूरती ऐसी है।।
की लोग मेरी तरफ खिचे आते हैं।
मै एक गुलाब हूँ।।
जो सबके दिलों पर राज करता हूँ।
मेरी कलियाँ इतनी अच्छी।।
कि सब तोड़ना चाहते हैं।
मै एक गुलाब हूँ।।
जो सबके साँसों में बसता हूँ।
मुझे तोड़ना आसान नहीं।।
मैं काटो से घिरा रहता हूँ।
कविः- नितीश कुमार, कक्षा -10th ,अपना घर, कानपुर,
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