शनिवार, 16 जनवरी 2021

कविता:- मै एक गुलाब हूँ

 "मै एक गुलाब हूँ"
मै एक गुलाब हूँ। 
मेरी  खूबसूरती ऐसी है।।
की लोग मेरी तरफ खिचे आते हैं।
मै एक गुलाब हूँ।।
जो सबके दिलों पर राज करता हूँ।
मेरी कलियाँ  इतनी अच्छी।।
कि सब तोड़ना चाहते हैं। 
मै एक गुलाब हूँ।।
जो सबके साँसों में बसता हूँ।
मुझे तोड़ना आसान नहीं।।
मैं काटो से घिरा रहता हूँ। 
 कविः- नितीश कुमार, कक्षा -10th ,अपना घर, कानपुर,
 
कवि परीचय : शांत स्वभाव के नितीश कुमार बिहार के नवादा  जिले से अपना घर में पढ़ाई के लिए आये  हैं। इन्हें कविता लिखना पसंद है।
 
 
 

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