बुधवार, 16 सितंबर 2020

कविता : अब ले रहा हूँ काम अपने कहे पर

" अब ले रहा हूँ काम अपने कहे पर "

अब ले रहा हूँ काम अपने कहने पर ,

अब न होगी मरी काम में हल -चल | 

बीना बोले चलता रहेगा मेरा काम ,

अब न होगी एक पल आराम | 

एक -एक करके खत्म करुँगा ,

धीरे -धीरे लक्ष्य  को को भरूंगा | 

अब ले  रहा हूँ काम अपने कहने पर, 

अब न होगी मेरे काम में हल -चल | 


कवि  : कुलदीप कुमार , कक्षा : 9th ,अपना घर