" हमे इंतजार है उस पल का "
हमे इंतजार है उस पल का ,
जब हम भी गली में घूमेंगे |
वही रात -दिन होगा ,
जिन गलियों में सन्नाटा छाया होगा |
फिर से उस गलियों में खुश्याली लौटाएगे ,
खाली पड़ा था खेल का मैदान |
उसमे फिर से आवाज गूंजेगी ,
हमे उस पल का इंतजार हैं |
कवि : सनी कुमार ,कक्षा : 6th ,अपना घर
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