शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2019

कविता : बरसात

" बरसात "

बरसात का मौसम आया,
चरों तरफ हरियाली छाया |
खेतों में भी फसल खूब आया,
जब बरसात का मौसम आया |
बादल ने भी बूंदें मजे से गिराया,
तालाबों में तब पानी भर आया |
जब बरसात का मौसम आया | |

कवि : कामता कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर

कवि परिचय : यह कविता कामता के द्वारा लिखी गई है जो की बिहार के नवादा जिले निवासी हैं | कामता को कवितायेँ लिखने बहुत शौक है | इस कविता का शीर्षक है बरसात | कामता ने बरसात के आने पर जो भी बदलाव आते हैं उसको अपनी कविता के माध्यम से उल्लेख किया है | कामता एक नेवी अफसर बनना चाहते हैं |  

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