"सपना "
सपने में आता है वह ख्याव |
जंहा है खुशियों का स्वाद
पानी की बूंद है वंहा |
हवाओ से मरा है जंहा
हर पल सुहाना होता है |
संगीत भी तराना होता है
फूंलों की महक है |
समुद्र की लहरों की झनक है
सपनो में आता है वह ख्याव |
जंहा है खुशियाँ का स्वाद
कवि :नीरू कुमार ,कक्षा :7th
अपना घर
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