"संघर्ष "
जीवन में एक पल पाया हूँ |
संघर्ष से आगे बढ़ने को
इस मौके को हौसलों से सजाया हूँ |
जीवन में एक सितारा बनने को
छोड़ चुका हूँ अपना घर दुवार |
जीवन में कुछ पाने के लिए
जीवन में एक पल पाया हूँ |
कुछ बड़ा करने को
सपनो की दुनिया को सजाने को |
जीवन में एक पल पाया हूँ
दूसरों की मदद करने को |
संघर्ष से आगे बढ़ने को
कवि :अमित कुमार ,कक्षा :9th
अपना घर
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