" मै अब भी याद करता हूँ उस पल को "
मै अब भी याद करता हूँ उस पल को |
जब मै घुठनों के बल चलता था ,
मुझे याद है वह दिन |
जब खटिए से गिर जाता था ,
मुझे याद है वह दिन |
जब मै मिट्टी से सना रहता था ,
उसे डर था कि गिर |
न जाए कही हम ,
इसलिए उँगली पकड़ चकता था |
मै अब भी याद करता हूँ उस पल को ,
कवि : सुल्तान कुमार
अपना घर
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