"जीवन की नयी शुरुआत "
हर एक सुबह जीवन की नयी |
शुरुआत कराती है ,
और हर शाम व्याकुल सी दिखती |
जैसे अपन दर्द क्या कराती है ,
सुबह समय सूर्य की किरणे |
अपने ऊपर जम के बिखरती है ,
एक -एक सुबह जीवन की नयी |
शुरुआत कराती है ,
मन अपना लक्ष्य बनाती है |
आगे बढ़ने के लिए ,
कवि : राज कुमार , कक्षा : 12th
अपना घर
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