" शिव के भक्त "
बम -बम भोले की बोल गूंज रही है
चारो ओर शिव की भक्त ढोल रहे है |
चढ़ा है शिव का नशा इन पर,
बोल रहे है बम -बम चारो धाम घूमकर |
सावन की इस महिमा में भांग बाँट रहे,
हर गलियों शिव तांडव नाच रहे |
होश -हवाश खो बैठे हैं सारे भक्त,
दौड़ रहा है उनमें शिव का रक्त |
रख रहे सावन का व्रत,
डूबे हुए हैं सारे शिव के भक्त |
कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता जिसका शीर्षक " शिव के भक्त " कुलदीप लिखी गई है जो की छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं | कुलदीपने सावन को देखकर यह कविता शिव भक्तों पर लिखी है | कुलदीप पढ़ लिखकर नेवी ऑफिसर बनना चाहते हैं |
2 टिप्पणियां:
सुन्दर रचना।
वाह! बहुत सुंदर!!!
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