सोमवार, 27 जुलाई 2020

कविता : शिव के भक्त

" शिव के भक्त "

बम -बम भोले की बोल गूंज रही है
चारो ओर शिव की भक्त ढोल रहे है |
चढ़ा है शिव का नशा इन पर,
बोल रहे है बम -बम चारो धाम घूमकर | 
सावन की इस महिमा में भांग बाँट रहे,
हर गलियों शिव तांडव नाच रहे | 
होश -हवाश खो  बैठे हैं सारे भक्त,
दौड़ रहा है उनमें शिव का रक्त | 
रख रहे सावन का व्रत,
डूबे हुए हैं सारे शिव के भक्त | 

कवि : कुलदीप कुमार , कक्षा : 9th , अपना घर 

कवि परिचय : यह कविता जिसका शीर्षक " शिव के भक्त " कुलदीप  लिखी गई है जो की छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं | कुलदीपने सावन को देखकर यह कविता शिव भक्तों पर  लिखी है | कुलदीप पढ़ लिखकर नेवी ऑफिसर बनना चाहते हैं |