" छुट्टी "
जब छुट्टी हुई स्कूल से,
खूब खेल रहे थे धूल से |
हो गई बड़ी भूल हम से,
मम्मी ने मना किया था खेलना धूल से |
जब छुट्टी हुई स्कूल से | |
पढ़ाई का कोई नाम नहीं,
करने को कोई काम नहीं |
बस खेलते रहते दोपहर से शाम,
यही था छुट्टी का इनाम |
नाम : सनी कुमार , कक्षा : 5th , अपना घर
कवि परिचय : यह कविता सनी के द्वारा लिखी गई है बिहार के निवासी हैं | सनी कक्षा 5th का छात्र है जिसके अंदर कवितायेँ लिखने की रूचि है | सनी बहुत ही हसमुख बालक है | सनी को लोगों को हँसाने बहुत मज़ा आती है |