बुधवार, 12 दिसंबर 2018

कविता : होली

" होली "

होली आई होली ,
लेकर रंगों की झोली |
रंग बिरंगे रंग लेकर,
आई यारों की टोली |
फाल्गुन का महीना आ गया,
होली का खुमार ज़ोरों छा गया |
होलिका जलेगी आज,
करेंगे होली का आगाज़ |
हुलर -गुलद करते हुए,
घूम गई सारी बस्ती की टोली |
लेकर रंग बिरंगें रंगों की झोली,
आई देखो फाल्गुन की होली |

कवि : अखिलेश कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर



कवि परिचय : यह कविता कक्षा 8th के विद्यार्थी अखिलेश कुमार के द्वारा लिखी गई है | अखिलेश अपना घर के छात्र हैं और वह बिहार के नवादा जिले के निवासी हैं | अखिलेश पढ़लिखकर रेलवे डिपार्टमेंट में जाना चाहते हैं | अखिलेश कवितायेँ बहुत ही अच्छी लिखते हैं |

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