रविवार, 2 दिसंबर 2018

कविता : एक दिन मुझे उड़ना है

" एक दिन मुझे उड़ना है "

एक दिन मुझे उड़ना है,
आकाश से बातें करना है |
रंग- बिरंगे पक्षी को पकड़ना है,
आसमान में  आज़ाद रहना है |
बारिश की बूंदों में खेलना है,
अपनी हर ख्वाईश को पूरा करना है |
अपने ख्वाबों को पर देना है,
उन्हीं परों से आसमान में उड़ना है |  
जीवन में जितने भी दुःख हैं,
उन्हीं दुखों को ख़ुशी में बदलूंगा |
कुछ ऐसा करके दिखाना है,
जिससे देश का भला हो सके |
अपने हक़ के लिए लड़ना है,
एक दिन मुझे उड़ना है |

कवि : रविकिशन  , कक्षा : 9th , अपना घर



कवि परिचय : यह हैं रविकिशन जो की बिहार के निवासी हैं और वर्तमान समय में अपना घर रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं | रविकिशन के परिवार में बहुत से आर्थिक समस्या है उन हालातों से निकलकर वह पढ़ाई कर रहा है यह उसके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है की वह पढ़ाई कर रहा है और पढ़ लिखकर रेलवे में काम करना चाहते हैं | रविकिशन को कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है |

1 टिप्पणी:

Meena sharma ने कहा…

वाह ! बहुत बढ़िया