मंगलवार, 2 जनवरी 2018

कविता : हरीसब्जी


" हरी सब्जी "

हरी सब्जी होती है खास, 
मेरे जीवन में होते हैं साथ |  
खूब खाओ और मस्त रहो, 
अपने जीवन में स्वस्थ रहो | 
रोज खाओ हरी सब्जी यार, 
न होंगे कभी तुम बीमार सारे | 
जीवन में नहीं होगी मुश्किलें, 
अगर  रोजाना हरी सब्जी लें | 
जीवन को तंदुरस्ती से  जिओ, 
खूब हरी और सब्जी खाओ | 

नाम : सार्थक कुमार , कक्षा : 7TH , अपनाघर


कवि परिचय : यह सार्थक है कुमार जो की बिहार जिले से अपनाघर में पढ़ाई करने के लिए आये हुआ है इनको लगता था की पढ़ाई करने के साथ - साथ कुछ और भी किया जा सकता है इसीलिए इन्होंने कविता और कहानी लिखना भी शुरू किया और आज की तारीख में ये एक अच्छे कवि बन गए हैं | 

कोई टिप्पणी नहीं: