"कितना याद गार होगा "
ये बिताये हुए पल क्लॉस में |
कितना याद गार होगा ,
छोटी -छोटी शरारतें करते |
क्लॉस के बीच में खाना खाते ,
तो कभी पीरियड बेकार करता |
और दोस्तों के संग मौज मस्ती करता ,
ये सब जाने के बाद याद आएगी |
वे गुजारे हुए एक पल ,
जीवन मैं नया सीखा जाते है |
ये बिताये हुए पल क्लॉस में ,
कितना याद गार होगा |
कवि : सार्थक कुमार , कक्षा : 11th
अपना घर
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