रविवार, 6 मार्च 2022

कविता : " काश मैं पेड़ होता"

" काश मैं पेड़ होता"

 काश मैं पेड़ होता तो | 

अपनी बात सबको बताता ,

जो हो रहा हम पर अत्याचार | 

उन सबका कोई तो हल निकालता ,

काश मैं पेड़ होता तो | 

अपनी महत्व के बारे में बताता ,

और खुशहाल जिंदगी गुजरता | 

हर समय साथ निभाता ,

काश मैं पेड़ होता तो | 

अपनी बात सबको बताता,

कवि : सार्थक कुमार , कक्षा : 11th 

अपना घर

कोई टिप्पणी नहीं: