सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

कविता : वक्त का आधा समय

" वक्त का आधा समय "

यह वक्त का आधा समय,
समय आने पर बताता है |
किसी की कही गई बात,
आगे की ओर ले जाती है |
जैसा को तैसा करना,
कोई अच्छा नहीं कहलाता है |  
यह वक्त का आधा समय,
समय आने पर बताता है |
बिना सोचे समझे कोई कार्य करना,
अच्छा नहीं कहलाता है |

कवि : अमित कुमार , कक्षा : 4th , अपना घर

कवि परिचय : यह है अमित जो की बिहार के निवासी है , अमित को कवितायेँ लिखना और खेलना बहुत पसंद है | अमित कक्षा 4th के छात्र है और यह उनकी पहली कविता है | अमित पढ़ाई में बहुत होशियार हैं |

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