" जिंदगी "
जिंदगी की राहों में ,
हमने चलना सीखा है |
पल -पल आती बाधाओं से,
हमने लड़ना सीखा है |
यह राह जो मेरा है,
यह चाह जो मेरा है |
यह मुकाम जो मेरा है,
हौशलों से इसको भरा है |
कवि : कामता कुमार , कक्षा : 7th , अपना घर
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