"आज़ादी "
आज़ादी का दिन आया,
अपने साथ कुछ रहस्य लाया |
फिर से खुशियों को लौटाने,
अपने साथ आज़ादी लाया |
वतन की रक्षा करो सिखाया,
बिना डरे तुम जियो बताया |
चलो बिना हिचकिचाए,
क्यों बैठे हो मुँह पिचकाए |
इस देश के कायरों,
चलो वतन की रक्षा करो|
जब इन्हें ये बुलाया,
है तुम्हे किसी ने बुलाया |
आज़ादी का दिन आया,
अपने साथ रहस्य लाया |
नाम : समीर कुमार , कक्षा : 8th , अपना घर
कवि परिचय : यह हैं समीर कुमार जो कि इलाहबाद के रहने वाले हैं और अपना घर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं | समीर गीत बहुत अच्छा गए लेते हैं और साथ ही साथ अच्छी कवितायेँ भी लिख लेते हैं | समीर बड़े होकर एक संगीतकार बनना चाहते हैं |
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