"त्योहारों की शुरुआत "
हो गई है त्योहारों की शुरुआत |
जिसमे दीपावली और दशहरा है खाश ,
मेले सब जायेगे बच्चे हो या बूढ़े |
सब मौज मस्ती करके आयेगे ,
खिलौने होंगे और मिठाई विभिन्न वाइराइटी |
जिसमे खिलौने की नहीं होगी गांरटी ,
सब लोग इकट्ठे और होंगे भरमार |
क्यों की त्योहारों का है जो ये भण्डार ,
और भारत का है यह मुख्य त्यौहार |
कवि : विक्रम कुमार , कक्षा : 11th
अपना घर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें