"पुरानी यादें"
आज उस चीज को |
याद करके हसीं आती है ,
और मजाक सा लगता है |
वो पुरानी बातें करके ,
आज भले ही भूल गए हो |
लेकिन कुछ बातें अभी भी याद है ,
जैसे क्लॉस के समय |
लंच करना , मैम का नकल करना ,
दिन बदलते गए |
यादें हमारी बढ़ती गई ,
आज इतनी हो गई कि |
अगर रोज लगातार बात करे ,
तो भी खत्म नहीं होगी |
क्योकि पुरानी यादे होती है ,
कुछ ऐसी |
जो कभी मिटाया नहीं जाता ,
मिट भी गया तो उसे याद भी नहीं किया जाता |
कवि : नितीश कुमार ,कक्षा : 11th
अपना घर
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