शीर्षक : यह देश का हाल है
यह देश का हाल है , जनता तो बेहाल है ।
नेताओं की मनमानी है , जनहीत में आनाकानी है ।
दंगे और लड़ाई से इनको प्रॉफिट है ,
आगे पीछे चमचे इनकी बुलेट प्रूफ जाकिट है ।
सुनते है जब कि यहाँ घटना घटी ,
चले जाते हैं वहां घूमते ,
और साथ में ' दैनिक जागरण ' में फोटो खिचवाना भी भूलते ।
इनका तो यही व्यापार है,
तभी तो इनके पास चार बंगले और सफारी कार है ।
आते है जब चुनाव निकट ,
बनते है ऐसे जैसे गरीब ये हैं हम नहीं ।
और जीतकर 10,000 वोटो से
समझते हैं कि हम ओबामा से कम नहीं ।
ऐसे लोगों को इस देश से भागना है ,
भ्रस्ताचार को मिटाना है ।
इस देश को पूर्ण स्वतंत्र बनाना है ।
नाम : संजय कुमार
कक्षा : 12