शनिवार, 23 अक्तूबर 2010

कहानी :देवता प्रकट हुये

देवता प्रकट हुये

एक बार की बात हैएक गाँव में बहुत से आदिवासी रहते थेउसी गाँव के पास ही एक घना जंगल पड़ता थाउसी जंगल में एक लड़की जंगल काटने जाया करती थीएक दिन जंगल काटते-काटते वह बहुत आंगे निकाल गयीजब उसको प्यास लगी तो वह पानी की खोज में इधर-उधर भटकने लगीतभी उसे अचानक तालाब दिखाई पड़ाउस तालाब में सुंदर-सुंदर मछलियाँ थीउस लड़की ने मछलियों को देखा और पानी पीकर अपनी प्यास बुझाईपानी,पीने के बाद वह मन में सोचने लगी,कि मछलियों को पकड़ कर अपने घर ले जाऊं तो कितना अच्छा होगावह लड़की अपने घर चली आयी। फिर मछलियाँ अपने मन में सोचने लगती हैं,कि उस लड़की ने हम सभी लोगों को देख लिया है,वह हम सभी मछलियों को पकड़ ले जायेगीतभी एक देवता प्रकट हुयेऔर बोले कि जो भी बात है, वह कल सुबह ठीक हो जायेगीइतनी बात कहकर देवता गायब हो जाते हैंकल ठीक सुबह मछुआरा मछलियों को पकड़ने आता है,तभी रास्ते में उसे एक भयानक राक्षस मिलता हैऔर उस मछुआरे को मार डालता हैतभी से उस तालाब में कोई नहीं आता थाऔर मछलियाँ आराम से रहने लगीं

लेख़क :लवकुश कुमार
कक्षा :
अपना घर


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