"आज़ादी "
आजादी मिली हमें वीरों से ,
जब लिपटे थे जंजीरों से |
चढ़ गया सूली पर लोगो ने ,
जब अत्याचार्य किया अंग्रेजो ने |
ख़त्म किया साम्राज्य हमारा ,
लूट लिया था ज्ञान सारा |
बेजान हो गया शान हमारा ,
खून खौल उठा तब लोगो में |
लहक उठी जब सोलो में ,
ख़त्म किया राज्य उसका |
कवि :सुल्तान ,कक्षा :10th
अपना घर
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