सोमवार, 30 जनवरी 2023

कविता : "घडी अंत की ओर"

"घडी अंत की ओर"  

अब घडी अंत की ओर है | 
हर जगह बच्चो का ही शोर है ,
लाखो  है अनपढ़ ग्वार | 
कुछ लोग पढ़ के भी है मक्कार ,
सड़को पर इनका ही डेरा है | 
हर गलियों में कोई एक शेरा ,
ठोकर खाते -खाते गड्डे में गिर गए है | 
आधे से ज्यादा जिन्दा होकर मर गए है ,
अब घडी अंत की ओर है | 
हर जगह बच्चो का ही शोर  है ,

कवि : कुल्दीप , कक्षा :11th 

अपना घर  

शनिवार, 28 जनवरी 2023

कविता : समय

"समय "

 हर वक्त और हर समय में | 
यह सोचता रहता हूँ ,
समय से हर वक्त मैं लड़ता रहता हूँ | 
इंसान वही है जो इस मुश्किलों ,
मैं अपनी तक़दीर बदल दे | 
मत सोच क्या होगा आने वाले ,
समय में . . .| 
क्या पता तेरे जज्बात और ,
हौसलों  को देख कर | 
वक्त भी अपना समय बदल दे ,
हर वक्त और समय में | 
यह सोचता रहता हूँ  ,








कवि :संजय  कक्षा :12th 
अपना घर 

शुक्रवार, 27 जनवरी 2023

कविता : "देश"

"देश"

 आज देश जगमगाएगा |

जब घर -घर में झण्डा  लहराएगा,

हर जगह आवाज़ गूँजेगा |

जब भगत सिंह का नाम  आएगा ,

सुनहरा लगेगा हर गली हर चौराहा |

जब सूरज चमक आएगा ,

आज देश जगमगाएगा |

हर वीर जवान हिमालय पर झण्डा लहराएगा ,

हर बच्चे के मुँह से भारत का नाम आएगा |

आज देश जगमगाएगा ,

कवि :सुल्तान , कक्षा :8th 

अपना घर  

गुरुवार, 26 जनवरी 2023

कविता : संघर्ष

"संघर्ष "

 कुछ बनने के लिए कुछ खोना पड़ता है ,

कुछ पाने के लिए हमें संघर्ष करना है |

हर मोड़ पर हमको चलना है ,

हर ठोकर से हमको लड़ना है |

लक्ष्य पर अपना उबरते रखना है ,

चलते चलते हमको सम्भलना है |

भविष्य में शिखर पर चड़ना  है ,

पझियों की तरह हमें उड़ना है |

कुछ बनने के लिए कुछ खोना है , 

कुछ पाने के लिए हमें संघर्ष करना है |

कवि : कुल्दीप , कक्षा : 11th 

अपना घर